उत्तराखंड के ऊधम सिंह नगर जनपद मुख्यालय पर भाजपा को अपने ‘गढ़’ में ही गुटबाजी का सामना करना पडा हैं। मुख्यालय रुद्रपुर में हुए जिला योजना समिति के चुनाव में जहां तीन भाजपा और एक कांग्रेसी पार्षद ने जीत दर्ज की है। इस चुनाव में सुशील चौहान, प्रमोद शर्मा, गोविंद मंडल और कांग्रेस के मोहन खेड़ा ने जीत दर्ज की है तो रम्पुरा क्षेत्र की भाजपा पार्षद पूजा कोली, ट्रांजिट कैंप क्षेत्र के भाजपा पार्षद शिव कुमार गंगवार,कांग्रेस पार्षद सुरेश गौरी को चुनाव में हार का सामना करना पड़ा हैं।
भाजपा से जो चुनाव हारे हैं उनमें रम्पुरा निवासी पूजा भाजपा जिलाध्यक्ष शिव अरोड़ा के करीबी धर्म सिंह कोली की पत्नी हैं,तो शिवकुमार गंगवार मेयर रामपाल सिंह के करीबी माने जाते हैं, जानकारी के अनुसार भाजपा जिलाध्यक्ष शिव के करीबी को हराने के लिये भाजपा पार्टी के ही दो दिग्गज जनप्रतिनिधियों ने पूरी ताकत झोंक दी थी,इसके लिए उन्होंने अपना एक प्रत्याशी भी खड़ा किया था, जानकारी तो यह भी बताती है कि छोटे से इस चुनाव में धन-बल दोनों का ही इस्तेमाल किया गया है। हालकि इस चुनाव के परिणाम समाने आने के बाद मेयर करीबी पार्षद की हार से हर कोई हैरान हैं,वहीं इस हार को मेयर की हार के रुप में देखा जा रहा है।
इधर शिव अरोड़ा के करीबी पार्षद के हार पर हर कोई अपने हिसाब से प्रतिक्रिया दें रहा हैं। वही इस मामले में महिला पार्षद पति का कहना है चुने हुए प्रतिनिधि महिलाओं के सम्मान का सिर्फ दिखावा करते है सम्मान करते नहीं हैं, इसीलिए जिला योजना समिति चुनाव में अकेली महिला प्रत्याशी को हराने के लिए भाजपा के दो अहम पदों पर बैठे जनप्रतिनिधियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी, उन्होंने दोनों नेताओं पर मलिन बस्तियों के लोगो का सम्मान न करने का भी आरोप भी लगाया है। वहीं मेयर के करीबी माने जाने वाले पार्षद शिव कुमार भी अपनी हार के लिए भाजपा के दिग्गजों को ही दोषी माना रहा हैं। तो जिला योजना समिति प्रतिनिधि के इस चुनाव ने भाजपा की गुटबाजी को और खुलकर बढ़ावा दिया है,जो आने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी के लिए मुसीबत साबित हो सकती है।