प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरु नानक देव जयंती के प्रकाश उत्सव पर किसी के तीनों बिलों को वापस लेकर किसानों को एक बड़ा तोहफा दिया है। आज मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम सन्देश में केंद्र सरकार द्वारा लागू किये गये तीनो कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश परब के उपलक्ष्य में लोगों को बधाई दी है। श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व के पावन अवसर पर पीएम मोदी ने उनके पवित्र विचारों तथा महान आदर्शों को याद किया। गुरु नानक जयंती पर मन की बात कार्यक्रम में सबंधोन में प्रधानमंत्री ने कहा कि श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश परब के पावन अवसर पर, मैं उनके पवित्र विचारों और महान आदर्शों का स्मरण करता हूं। एक सच्चे, संवेदनशील और समावेशी समाज की उनकी दृष्टि से हमें प्रेरणा मिलती है। श्री गुरु नानक देव जी ने दूसरों की सेवा करने पर बल दिया था। इससे भी हमें बहुत प्रेरणा मिलती है। इसके बाद राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरु पर्व और कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान किया. प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं आज देशवासियों से क्षमा मांगते हुए और देशवासियों से यह कहना चाहता हूं कि हमारी तपस्या में कोई कमी रह गई होगी। कि कुछ किसान भाइयों को समझा नहीं पाए। आज गुरुनानक देव का पवित्र पर्व है। ये समय किसी को दोष देने का समय नहीं है। पीएम मोदी ने कहा कि आज पूरे देश को यह बताने आया हूं कि तीन कृषि कानूनों का वापस लेने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि इस महीने के अंत में तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की संवैधानिक प्रक्रिया शुरू कर देंगे। इसके साथ ही, पीएम मोदी ने आंदोलन पर बैठे लोगों को प्रकाश पर्व पर घर वापसी की अपील की है।
संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कृषि मंडियों के आधुनिकीकरण के लिए हजारों करोड़ रुपये खर्च किए हैं। पीएम मोदी ने कहा कि किसानों का कानूनों को समझाने का भरपूरा प्रयास किया गया, अनेक माध्यमों से. लेकिन वह समझ नहीं पाए. उन्होंने कहा कि हमने किसानों की बातों और उनके तर्क को समझने में भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ी. जिन कानूनों पर ऐतराज था उनको समझने में सरकार ने भरपूर कोशिश की.पीएम मोदी ने कहा कि हमने फसल बीमा योजना को अधिक प्रभावी बनाया, उसके दायरे में ज्यादा किसानों को लाए. किसानों को ज्यादा मुआवजा मिल सके, इसके लिए पुराने नियम बदले. इस कारण बीते चार सालों में एक लाख करोड़ से ज्यादा का मुआवजा किसान भाइयों को मिला है. किसानों को उनकी उपज के बदले सही दाम मिले इसके लिए कदम उठाए गए. हमने एमएसपी बढ़ाई साथ ही साथ रिकॉर्ड सरकारी केंद्र भी बनाए. हमारी सरकार के द्वारा की गई खरीद ने कई रिकॉर्ड तोड़ दिए. हमने किसानों को कहीं पर भी अपनी उपज बेचने का प्लेटफॉर्म दिया.उन्होंने कहा कि हमने किसान को सर्वोच्च प्राथमिकता दी. इस सच्चाई से लोग अनजान हैं कि ज्यादा किसान छोटे किसान हैं. इनके पास दो हेक्टेयर से कम जमीन है. इन छोटे किसानों की संख्या 10 करोड़ से ज्यादा है. छोटी सी जमीन के सहारे ही वह अपना और अपने परिवार का गुजारा करते हैं. पीढ़ी दर पीढ़ी परिवारों में होने वाला बंटवारा जमीन को और छोटा कर रहा है. इसलिए हमने बीज, बीमा, बाजार और बचत इन सभी पर चौतरफा काम किया है।
वही कांग्रेस और किसान गणेश उपाध्याय ने कहा है कि केंद्र सरकार के तीनो कृषि बिलो की वापसी इस आंदोलन से जुड़े शहीद किसानो को सच्ची श्रद्धांजलि है,क्यों कि उनके ही कारण हम यह जीत हासिल कर सके है। गुरु नानकदेव जी प्रकासोत्सव पर किसानो की बड़ी जीत है,अब केंद्र सरकार को आभास हो गया था कि अन्नदाता की आवाज़ को अनसुना नहीं किया जा सकता। एकतरह से यह देश के अन्नदाता की जीत है और उसकी असली दिवाली अब हुई है।