ऊधम सिंह नगर के फुलसुंगा मार्ग स्थित एक कॉलोनी में बंद पड़े एक चिकित्सक के मकान में अचानक आग लग गई। सुबह स्थानीय लोगों को अग्निकांड की भन क लगी। तो सूचना मिलने पर दमकल की गाडियां मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया गया। लेकिन अग्निकांड से घर में रखा सारा कीमती सामान जलकर स्वाहा हो गया। बताया जा रहा है कि अग्निकांड से चिकित्सक को लाखो रुपये का नुकसान हुआ है। वहीं अग्निकांड का मामला संदिग्ध होने पर अग्निकांड के कारणों की जांच फॉरेसिक टीम को सौप दी गई है।
घटना की सूचना मिलने पर चिकित्सक परिवार सहित मौके पहुंचे। जानकारी के अनुसार फुलसुंगा मार्ग स्थित खुशी इन्कलेन निवासी डॉ अजय कुमार अपने परिवार के साथ रहते है। बताया जा रहा है कि अपने बेटे के दिल्ली स्थित एक कॉलेज में प्रवेश के लिए वह रविवार को दिल्ली गर हुए थे । बताया जा रहा है कि रविवार की रात साढ़े बजे के करीब उनके मकान में अचानक आग लग गई। मकान बंद होने की वजह से स्थानीय लोगों को इसकी भनक नहीं लगी।
तो सोमवार की सुबह साढे चार बजे जब स्थानीय लोग बाहर टहलने को निकले। तो मकान की खिड़की और दरवाजे से धुंआ निकलता हुआ दिखाई दिया। घटना की सूचना मिलने पर दमकल विभाग के फायरकर्मियों मौके पर पहुंचे और दमकल की दो गाडियां ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। बताया जा रहा है कि आग इतनी विकराल थी कि जैसे ही खिड़की और दरवाजे को तोड़ा गया। तो आग की ऊंची लपटे आसमान छूने लगी। अग्निकांड से चिकित्सक को 15से 20 लाख रुपये की क्षति होने का अनुमान लगाया जा रहा है। इस मामले में एफएसओ वंश बहादुर यादव ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही आग पर काबू पाया गया है। अग्निकांड के सही कारणों का आंकलन नहीं हो पा रहा है। क्यो कि जिस वक्त हादसा हुआ। उस वक्त मकान पूर्णतया बंद था और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी बंद थे। ऐसे में शॉर्ट सर्किट से आग लगने की संभावनाएं नहीं है। उन्होंने बताया कि अग्निकांड की एक रिपोर्ट बनाकर फॉरेसिक टीम को भेजी जाएंगी। ताकि मौके से सैपल लेकर आग के सही कारणों का पता लगाया जा सके। इसके अलावा अग्निकांड की क्षति का आंकलन परिवार के आने के बाद ही होगा।