उत्तराखंड में शीत ऋतु प्रारंभ होते ही कोहरे ने भी अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है। तराई भाबर का भी पूरा क्षेत्र रात्रि से सुबह करीब दस बजे तक गहरे कोहरे की चपेट में रह रहा है। जिस कारण मुख्य मार्गों पर वाहन चालकों को भारी परेशानियों से जूझना पड़ रहा है और वह संभावित दुर्घटना से बचने के लिए अपने वाहनों की लाईट जला कर सफर करने को मजबूर हो रहे हैं। वहीं ठंड भी धीरे धीरे तेजी पकड़ती जा रही है। जिससे तमाम लोगों को खांसी, जुकाम, बुखार आदि रोग भी अपनी जकड़ में ले रहे हैं। हर वर्ष कोहरे के दौरान मार्ग दुर्घटनाओं की संख्या में काफी वृद्धि हो जाती है। जिसे ध्यान में रखते हुए पुलिस प्रशासन ने सभी वाहन चालकों को वाहन चलाने के दौरान सीमित गति में वहां चलाने, ओवरटेक करते समय विशेष सावधानी बरतने, फॉग लाइट का उपयोग करने, वाहनों में अनिवार्य रूप से रिफलेक्टर लगवाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इधर ठंड की मार से बचने के लिए लोगों ने गर्म वस्त्र पहनने शुरू कर दिए हैं वही गर्म वस्त्रों की खरीददारी भी प्रारंभ कर दी है। नगर के मुख्य बाजार सहित कालोनियों की दुकानों व मार्ग किनारे लगे फड़ ठेली पर लोग अपनी हैसियत के अनुरूप गर्म वस्त्र खरीदते दिखाई दे रहे हैं।