उत्तराखंड में बीते दिनों आई त्रासदी की धमक राज्य से लेकर केंद्रीय ग्रह मन्त्रालय तक पहुंच चुकी है।जिसको लेकर केंद्र से ग्रह मंत्रालय की एक टीम ऊधम सिंह नगर पहुंची और अतिवृष्टि व जलभराव के कारण हुए क्षति का आंकलन किया। तो वहीं क्षेत्र के सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री अजय भट्ट ने भी बाढ़ग्रस्त क्षत्रों का मुआयना कर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।

आपको बता दें कि जनपद में हुई अतिवृष्टि व जलभराव के कारण हुए क्षति का आंकलन करने पहुंची भारत सरकार की टीम के संयुक्त सचिव गृह मंत्रालय संजीव जिन्दल, निदेशक कृषि मंत्रालय डाॅ0 विरेन्द्र सिंह, उप निदेशक ऊर्जा मंत्रालय पूजा जैन, सचिव ग्राम विकास मंत्रालय शशि भूषण तिवारी, आर.ओ सड़क एवं परिवहन मंत्रालय विरेन्द्र सिंह खैरा एवं सेन्टर वाटर कमीशन के एसई राजेश कुमार ने क्षेत्र के दर्जनों जगह सार्वजनिक परिसम्पत्तियां, पुल, सड़क क्षतिग्रस्त एवं भू-कटाव और फसलों के नुकसान का आंकलन किया। टीम द्वारा बागवाला (रूद्रपुर) में किसानों की समस्यां भी सूनी।
वहीं नैनीताल-ऊधमसिंह नगर लोकसभा सीट से सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री अजय भट्ट ने रुद्रपुर में अधिकारियों के साथ बैठक की इस दौरान उन्होंने आपदा से हुए नुकसान और राहत बचाव को लेकर अधिकारियों के साथ समीक्षा की। बैठक में अजय भट्ट ने अधिकारियों को कहा कि आपदा पीड़ितों को तत्काल राहत के लिए दी जाने वाली राशि पर्याप्त नहीं है। राज्य सरकार इसे जल्द ही किसी अन्य मद से बढ़ाएगी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से हर संभव मदद की जाएगी। वहीं केंद्र सरकार की तरफ से मिली मदद को लेकर मंत्री भट्ट ने बताया कि राज्य को हाल ही में केंद्र से 250 करोड़ रुपए की धनराशि दी गई थी। उसे आपदा राहत में खर्च करने की मंजूरी दे दी गयी है। बैठक में जल भराव वाले क्षेत्रों में बिजली के खराब मीटरों को भी नि:शुल्क बदलने पर चर्चा की गई। सम्बन्धित अधिकारी को सर्वे कर चिह्नित करने के निर्देश दिए गए। इसके अलावा केंद्रीय मंत्री अजय भट्ट ने कहा कि तत्काल राहत देने वाली धनराशि 38 सौ रुपये कम है, इसे बढ़ाया जाएगा। इस पर जल्द ही सरकार फैसला लेगी।

केंद्रीय राज्य मंत्री अजय भट्ट ने बताया जनपद में एक मौत और तीन घायल हुए है, जिन्हें सरकार की ओर से मुआवजा दे दिया गया है। इस आपदा की वजह से प्रदेश को काफी नुकसान हुआ है। आपदा में 81 बड़े और 27 छोटे पशुओं की मौत हुई है। बड़े पशुओं की मृत्यु में 8 लाख 10 हजार और छोटे पशुओं की मृत्यु पर एक लाख से अधिक की धनराशि दे दी गयी है। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार की और से हाल ही में ढाई सौ करोड़ रुपये राज्य सरकार को दिये गये थे। उसे आपदा राहत में खर्च करने के निर्देश जारी किए गए हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र, राज्य सरकार की हर सम्भव मदद करेगा। उन्होंने कहा कि धन की कमी से कोई भी राहत कार्य नहीं रुकेंगे. इसके अलावा राशन की भी कमी नहीं आने दी जाएगी।