प्रदेश के जनपद ऊधम सिंह नगर में सूबे के मुखिया पुष्कर सिंह धामी को एक बार फिर किसानो के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। किसानों द्वारा सीएम कार्यक्रम के भारी विरोध के चलते कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया । इतना ही नहीं किसानो ने निर्धारित हेलीपेड पर ट्रेक्टर के साथ कब्जा कर उसको अपना प्रदर्शन स्थान बना लिया।
लंबे समय से देश में चल रहे कृषि कानूनों के विरोध और आंदोलन थमने का नाम ही नही ले रहा है । इसका खामयाजा बीजीपी के नेताओ को भुगतना पड़ रहा है । एक बार फिर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को किसानों आंदोलन का खामयाजा भुगतना पड़ा है। जहां आयोजित रोजगार मेले में मुख्यमंत्री को भाग लेना था लेकिन किसानों ने मुख्यमंत्री हेलीपेड पर ट्रैक्टरों के साथ कब्जा कर लिया जिसके कारण मुख्यमंत्री का कार्यक्रम रद्द करना पड़ा है।
आपकी बता दें कि ऊधम सिंह नगर के जसपुर में रोजगार मेले का आयोजन किया गया है जिसमे केंद्रीय राज्य मंत्री , कैबिनेट मंत्रियों ओर मुख्यमंत्री को इस कार्यक्रम में भाग लेना था जिसको लेकर जैसे ही किसानों को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आने की पड़ी वैसे ही किसानों ने मुख्यमंत्री के हेलिपैड पर ट्रैक्टरों के साथ कब्जा जमा लिया और मुख्यमंत्री के आने का विरोध करने लगे। प्रशासन को इसकी सूचना मिलने पर समझाने का प्रयास किया गया लेकिन किसान नही माने तब मुख्यमंत्री के जसपुर दौरे को रद्द करना पड़ा जबकि रोजगार मेला का आयोजन जिले के प्रभारी मंत्री एवं कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने दीपप्रज्वलन कर शुभारंभ किया।
जिला ऊधम सिंह नगर के जसपुर में रोजगार मेले का आयोजन किया गया जिसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा रोजगार मेले का उदघाटन किया जाना था लेकिन किसी कारण से मुख्यमंत्री नही पहुँच पाए जबकि मुख्यमंत्री के लिए हेलीपेड की तैयारी भी पूरी करली गई थी वही प्रदेश के कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद रोजगार मेले पहुचे रोजगार मेले में पुलिस प्रसाशन भी पूरी तरह मुस्तेद नजर आया वही भारी संख्या ने युवाओं ने रोजगार मेले में प्रतिभाग किया वही स्वामी यतीश्वरानंद ने बताया कि जसपुर में बेरोजगार मेले के आयोजन किया गया वही आज रोजगार मेले में 27 से अधिक कंपनियां पहुची है और ज्यादा से ज्यादा युवाओं को इस रोजगार माध्यम से रोजगार मिलेगा
किसानों की माने तब 10 माह से अधिक समय से कृषि कानूनों के विरोध में धरना दें रहें हैं लेकिन बीजीपी की मोदी सरकार सुनने को राजी नही है जिसको लेकर हमने इससे पूर्व भी काशीपुर दौरे का विरोध किया था जो कि अब जसपुर दौरे का भी विरोध किया है रात से ही किसान भाइयों ने मुख्यमंत्री हेलीपेट पर कब्जा जमा लिया था।