काशीपुर। पिछले लगभग 48 घंटों के करीब से घर से बेहद संदिग्ध परिस्थितियों में लापता एक कारोबारी का शव आज प्रतापपुर पुलिस चौकी के ठीक पीछे पानी से भरे गîक्के में पड़ा पाया गया। सुबह स्थानीय लोगों की निगाह जैसे ही लाश पर पड़ी इलाके में सनसनी मच गई और देखते ही देखते मौके पर सैकड़ों की तादाद में लोग जमा हो गए। पुलिस को मामले की भनक लगने पर उसने तत्काल मौके पर पहुंचकर मृतक के शव को कब्जे में लेकर उसे पीएम हाउस भेज दिया जहां से अंत्य परीक्षण के बाद शव परिजनों के हवाले कर दिया गया। इस मामले में मृतक परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है। जानकारी के मुताबिक प्रतापपुर धनोरी निवासी प्रदीप सिंह 35 वर्ष पुत्र भगत सिंह की प्रतापपुर बाजार में प्रथम थापा ऑटो पार्ट्स के नाम से प्रतिष्ठान है। बताते हैं कि बीते 3 जून को शाम लगभग 8ः00 बजे जियारत कॉलोनी प्रतापपुर निवासी अमरजीत नामक व्यक्ति प्रदीप को अपने साथ बाइक पर बिठा कर ले गया लेकिन इसके बाद प्रदीप वापस घर नहीं लौटा। इस दौरान परिजनों ने तमाम संभावित स्थानों पर उसकी तलाश किया लेकिन प्रदीप का कहीं कोई पता नहीं चल सका इसी बीच आज सुबह प्रतापपुर पुलिस चौकी के ठीक पीछे नवनिर्मित कॉलोनी के एक पानी से भरे गîक्के में प्रदीप का शव पड़ा पाया गया। मृतक के आंख मुंह गर्दन पर चोट के निशान पाए गए। गली आदि पर रस्सी के निशान से प्रथम दृष्टया प्रतीत होता है कि उसकी फांसी लगाने से मृत्यु हुई हो सकती है। मृतक अविवाहित था। वह तीन भाइयों में बीच का है। परिजनों ने मृतक की हत्या की आशंका जताई है। फिलहाल पुलिस ने मृतक के शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद उसे परिजनों के सुपुर्द कर दिया। अकस्मात घटी घटना को लेकर मृतक परिवार में कोहराम मचा है। मृतक प्रदीप की मौत फिलहाल अभी सवालों के घेरे में है लेकिन शक की सुई अमरजीत नामक व्यक्ति के इर्द-गिर्द लगातार घूम रही है। मृतक परिजनों का कहना है कि घटना वाले दिन प्रदीप जब घर से निकला उसकी जेब में 30 हजार रुपए थे। परिजनों ने यह भी बताया कि अमरजीत की तरफ प्रदीप के 80 हजार रुपए निकल रहे थे। इसी लेनदेन को लेकर दोनों के बीच कुछ दिन से तनातनी बनी हुई थी।
Vikas Kumar Verma
संपादक