रुद्रपुर सिडकुल के सेक्टर-2 में स्थित भगवती प्रोडक्ट लिमिटेड (माइक्रोमैक्स) पांच साल बाद दोबारा खुल गई है। सहायक श्रमायुक्त के माध्यम से पहले चरण में 152 श्रमिकों को दो करोड़ 38 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। वर्तमान में 70 श्रमिकों को चेक के माध्यम से करीब डेढ़-डेढ़ लाख रुपये का भुगतान किया गया है। वर्ष 2018 दिसंबर में कंपनी प्रबंधन की ओर से उत्पादन ठप होने का हवाला देकर 303 श्रमिकों की छंटनी की गई थी। इसके विरोध में करीब एक साल तक कंपनी से निकाले गए श्रमिक धरना-प्रदर्शन करते रहे। इस दौरान श्रमिकों व कंपनी प्रबंधन की वार्ताएं श्रम भवन में चलतीं रहीं। इसके बाद मामला ट्रिब्यूनल कोर्ट चला गया, यहां से श्रमिकों को जीत मिली तो कंपनी प्रबंधन हाईकोर्ट में चला गया था। हाईकोर्ट के बाद कंपनी प्रबंधन पक्ष सुप्रीम कोर्ट भी पहुंचा। इस बीच जिला प्रशासन स्तर से एडीएम, सिडकुल आरएम, एएलसी, एसपी सिटी की कमेटी बनाकर श्रमिक व कंपनी प्रबंधन पक्ष के बीच तमाम वार्ताएं हुईं। सहायक श्रमायुक्त प्रशांत कुमार ने बताया कि श्रमिक और कंपनी प्रबंधन पक्ष के बीच में समझौता हो गया है। पहले चरण में भगवती कंपनी के 152 श्रमिकों को कुल दो करोड़ 38 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। उसके बाद कंपनी प्रबंधन की ओर से दूसरे चरण में बाकि 151 श्रमिकों को मुआवजा दिया जाएगा। सिडकुल में वर्ष 2012 में माइक्रोमैक्स के मोबाइल, एलईडी, टैबलेट, डोंगल, इंवर्टर, होम थियेटर, सहित अन्य इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद बनाने वाली कंपनी को स्थापित किया गया था। वर्ष 2015 के बाद से ही बहुराष्ट्रीय कंपनियों के उत्पादों से पिछड़ने के बाद माइक्रोमैक्स के मोबाइल फोन की बिक्री कम होने लगी थी। इसके बाद कंपनी ने एलईडी, टीवी, टैबलेट और डोंगल (नेट कनेक्टर) बनाने शुरू कर दिए। उसके बाद वर्ष 2018 में ही कंपनी की ओर से उत्पादन कम होने लगा था।
Vikas Kumar Verma
संपादक