18 नम्बर 2022/रुद्रपुर:तापस विश्वास
उत्तराखंड पुलिस के एक सिपाही के लेटर बम ने अधिकारियों में खलबली मचा दी है। मामला ऊधम सिंह नगर से जुड़ा है। शोषण के शिकार सिपाही ने एसएसपी को पत्र भेजकर स्वेच्छिक सेवानिवृत्ति मांगी है। आरोप लगाया है कि विभाग में राजनीति हावी है। जिसकी पकड़ अच्छी है। उसे मनचाही पोस्टिंग दी जाती है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ऊधम सिंह नगर में 1998 बैच के एक सिपाही का कहना है कि यहां अधिकारी छोटे कर्मचारियों का शोषण कर रहे हैं। जिन की राजनीति में अच्छी पकड़ है उन्हें तो मनचाही पोस्टिंग मिल जाती है। इसका यह भी कहना है कि वह पिछले चार साल से लगातार नाइट ड्यूटी कर रहा है। इन्हीं कारणों से सिपाही अपने विभाग से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति मांग रहा है। रुद्रपुर पोस्ट लेटर की पुष्टि नहीं करता है लेकिन लेटर में सिपाही ने अपने नाम के साथ बैच नंबर भी दिया है। इसलिए यह मामला ज्यादा गंभीर हो जाता है। इस लेटर से पुलिस विभाग के अधिकारियों के बीच खलबली जरूर मच गई है। साथ ही सिपाही के समर्थन में कई अधिकारी और सिपाही भी बताये जा रहे हैं। अब देखना यह होगा कि विभाग सिपाही पर कार्रवाई करती है या फिर उसे स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति देती है।
सोशल मीडिया में पुलिस के जवान और लेटर की खूब चर्चा हैं कि जरूर सिपाही की मजबूरी रही होगी। इतना ही नहीं रात की ड्यूटी में मुस्तैद रहने वाले सिपाही की नाराजगी की एक ओर वजह मानी जा रही है। सूत्रों के अनुसार एक-दो दिन पहले जब सिपाही रात्रि ड्यूटी कर लौट रहा था। उस बीच उसका एक अधिकारी से सामना हो गया। अधिकारी ने उसकी ड्यूटी की तारीफ करने के बजाय लताड़ लगा दी। इससे वह काफी आहत हुआ। उसने यह बात अपने कुछ साथियों को भी बताई। सिपाही की स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति को लेकर कई तरह के कय्यास लग रहे हैं। विभाग में हमेशा अनुशासन का पाठ पढ़ाया जाता है। कर्मचारी और अधिकारी इसका पालन भी करते हैं। विभाग की छवि खराब न हो, इसलिए अधिकांश जवान मुंह को सीलकर रख लेते हैं। सिपाही ने पत्र लिखा है तो यह अधिकारियों के लिए सोचने का विषय है। यह बात किसी से नहीं छिपी है कि अटैचमेंट पर अधिकारियों ने अपने कार्यालय में ही दर्जनों सिपाही को रखा है।