उत्तराखंड विजिलेंस की टीम ने विद्युत विभाग की टीम के साथ बिजली चोरी के मामले में पुराना जिला अस्पताल सहित कई स्थानों पर छापा मारी की। जानकारी के अनुसार विद्युत चोरी के खिलाफ चलाए गए अभियान के तहत टीम ने एक फिजिशियन सहित पांच लोगों के विरुद्ध विद्युत चोरी अधिनियम के तहत कार्रवाई की। तो मामले में उपखंड अधिकारी वितरण उपखंड की तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। बताया जा रहा है कि नामजद आरोपी चिकित्सक सरकारी अस्पताल में तैनात है।
जानकारी के अनुसार उपखंड अधिकारी वितरण उपखंड प्रथम अंशुल मदान 11 अक्टूबर को अवर अभियंता सर्किल विद्युत उपकेंद्र राजेश सैनी, सहायक अभियंता सतर्कता ओम प्रकाश शर्मा व अवर अभियंता सतर्कता कुमाऊं परिक्षेत्र हल्द्वानी के साथ पुराना जिला अस्पताल पहुंचे। तो स्वास्थ्य विभाग के सरकारी आवास में रह रहे डॉ मनोज कुमार तिवारी के यहां विद्युत निरीक्षण किया। निरीक्षण में पाया कि एलटी विद्युत पोल से सीधे दो कोर केबल की कटिया डालकर 4.537 किलोवाट विद्युत भार की घरेलू विद्युत चोरी हो रही है। जिस पर टीम द्वारा 25 मीटर केबल को काटकर सीज किया गया। बताया जा रहा है कि वर्तमान में नामजद चिकित्सक जिला अस्पताल में फिजिशियन के पद पर तैनात है। इसके अलावा उपखंड अधिकारी मदान की तहरीर पर पुलिस ने फिजिशियन डॉ मनोज कुमार तिवारी, संजयनगर खेड़ा की अनिता साना, शास्त्री नगर निवासी सुनीता देवी, संजयनगर खेड़ा निवासी रामेश्वर गौड़, माधव हालदार और संतोष कुमार के विरुद्ध विद्युत चोरी अधिनियम के तहत मुकदमा पंजीकृत करवाया है। उधर, उपखंड अधिकारी अंशुल मदान ने बताया कि विगत दिनों पुराना जिला अस्पताल में हल्द्वानी की विजिलेंस की टीम के साथ विद्युत चोरी रोकने के लिए छापा मार कार्रवाई की गयी थी। वहीँ डॉ मनोज कुमार तिवारी ने आरोपों को खारिज करते हुए बताया कि उन्होंने कई बार लाइनमैन से कनेक्शन के लिए कहा पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। तिवारी के मुताबिक उनकी तरफ से विधुत विभाग को प्रार्थना पत्र भी दिया जा चुका है।