सूबे उत्तराखंड में बिजली के लगातार बढ़ते संकट के खतरे के बीच उत्तराखंड पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (यूपीसीएल) ने मांग के अनुसार आपूर्ति कोटा सामान्य करने के लिए महंगी बिजली खरीदी है। यूपीसीएल प्रशासन के मुताबिक प्रदेश के लिए 7.56 रुपए प्रति यूनिट की दर से 2.3 लाख यूनिट बिजली खरीदी गई।
यूपीसीएल प्रशासन ने प्रदेश में 41 लाख यूनिट बिजली की डिमांड होने की उम्मीद जताई है। जबकि प्रदेश में 39.3 लाख यूनिट बिजली ही आपूर्ति के लिए उपलब्ध होगी। ऐसे में बिजली की किल्लत से बचने के लिए कुछ ग्रामीण इलाकों की बिजली काटी जाएगी ताकि शहरों में किसी तरह की कोई दिक्कत न आ सके देश भर में बिजली संकट के बीच केंद्र सरकार ने कहा है कि एक महीने के भीतर स्थिति सामान्य हो जाएगी। दैनिक बिजली और कोयले की आपूर्ति में कोई कमी नहीं है। ऐसे में केंद्र सरकार द्वारा अगले 5 दिनों में प्रतिदिन कोयला उत्पादन को 194 मिलियन टन से बढ़ाकर 2 मिलियन टन करने की संभावना है। प्रदेश में इस वक्त 41 लाख यूनिट बिजली की डिमांड है। राज्य के अपने पावर प्लांट के साथ ही अन्य स्रोतों से रोजाना करीब 36 से 37 लाख यूनिट बिजली उपलब्ध हो रही है। चार से लेकर छह लाख यूनिट का यह गैप बड़े संकट का कारण बन गया है। रोजाना करीब तीन से चार लाख यूनिट बिजली बाहर से खरीदनी पड़ती है।
प्रदेश में आने वाले त्योहारी सीजन में बिजली की जरूरत बढ़ेगी। बाजार में महंगी बिजली के मद्देनजर यूपीसीएल ने तीन टेंडर डाले थे। इनमें से अक्टूबर माह के लिए 75 मेगावाट का टेंडर मिल पाया है। नवंबर और दिसंबर के लिए भी यूपीसीएल को 120-120 मेगावाट का टेंडर मिला है। यूपीसीएल का दावा है कि त्योहारी सीजन में बिजली की किल्लत नहीं होगी। केंद्र ने उत्तराखंड का बिजली कोटा घटाया है। दिल्ली सहित देश में बिजली संकट गहराने की खबरों के बीच केंद्र ने उत्तराखंड का बिजली कोटा घटा दिया है. ऐसे में केंद्रीय पावर संस्थानों से प्रदेश को जो बिजली मिलती है उसमें कमी कर दी गई है। इस वजह से भी यूपीसीएल के लिए संकट पैदा होने लगा है. माना जा रहा है कि उत्तराखंड के हिस्से में इसलिए कमी की गई है, ताकि जिन जगहों पर कोल आधारित बिजली संयंत्रों का उत्पादन प्रभावित हो रहा है, वहां आपूर्ति की जा सके.बिजली की कटौती: मंगलवार की रात 12 बजे से बुधवार की सुबह आठ बजे तक कुछ क्षेत्रों में कटौती हुई. इसके बाद बुधवार को दिनभर सामान्य बिजली आपूर्ति रहेगी. रात नौ बजे से आगामी करीब डेढ़ घंटे तक किल्लत हो सकती है. जिसकी भरपाई रोस्टर से कटौती कर कर रहा है।