जनपद ऊधम सिंह नगर के सितारगंज स्थित आदर्श आंबेडकर विद्यालय परिसर में लगी वर्षों पुरानी आंबेडकर की प्रतिमा हटाए जाने की सूचना मिलते ही लोग भड़क गए। उन्होंने डीएम व एसएसपी कार्यालय पर प्रदर्शन कर आक्रोश जताया। उनका आरोप था कि सत्ताधारी पक्ष के कुछ नेता बेवजह प्रतिमा पर राजनीति कर रहे हैं, जबकि समाज ने अपना योगदान देकर विद्यालय एवं प्रतिमा लगाई थी। उन्होंने आगाह किया कि यदि हस्तक्षेप बंद नहीं हुआ तो समाज के लोग आंदोलन करेंगे। मंगलवार को आदर्श आंबेडकर विद्यालय के पूर्व प्रबंधक भीष्म नारायण ने डीएम व एसएसपी को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि पिछले कई सालों से समाज के सहयोग से वार्ड नंबर एक स्थित आदर्श आंबेडकर विद्यालय परिसर में संविधान रचयिता आंबेडकर की प्रतिमा लगाई थी। समाज के लोग लगातार विद्यालय की भूमि को नियमितीकरण करने, विद्यालय का सौंदर्यीकरण एवं जीर्णोद्धार करने सहित कई मुद्दे शासन प्रशासन स्तर पर उठा रहे हैं। मगर कुछ माह पहले वहीं के कुछ सत्ताधारी जनप्रतिनिधियों एवं नेताओं ने बेवजह शासन से धन स्वीकृत करवाकर प्रतिमा हटाने की योजना बना डाली और जब विरोध किया तो झूठी तहरीर देकर परेशान किया जाने लगा। उनका कहना था कि खंडित प्रतिमा नहीं होने के बाद उस धन को विद्यालय के जीर्णोद्धार और विद्यालय भूमि का नियमितीकरण होना चाहिए था। मगर ऐसा नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि समाज का फैसला है कि आंबेडकर की प्रतिमा के स्थान पर नई प्रतिमा लगाने का पुरजोर विरोध किया जाएगा। उन्होंने डीएम व एसएसपी से मामले की पड़ताल करने की मांग की।
Vikas Kumar Verma
संपादक