नैनीताल जिले के रामनगर नया गांव स्थित कॉर्बेट फॉल में नहाते वक्त द्रोण कॉलेज दिनेशपुर के दो छात्र डूब गए। पहले दिन एक छात्र का शव बरामद हुआ, जबकि दूसरे छात्र का शव आज सुबह बरामद किया गया। एसडीआरएफ की टीम ने लापता छात्र को पहले दिन ढूंढने का काफी प्रयास किया, लेकिन टीम उसे खोज नहीं पाई थी।
जानकारी के अनुसार द्रोण कॉलेज दिनेशपुर के फार्मेसी डिप्लोमा के 31 छात्र-छात्राओं का एक दल बीते रविवार यानि कल छुट्टी पर नैनीताल घूमने के लिए आया था लेकिन उनकी बस जब रूसी बाईपास पर पहुंची तो भारी ट्रैफिक के चलते पुलिस ने बस को वहीं खड़ा करने के लिए कहा। इसपर विद्यालय की पूरी टीम ने नैनीताल जाने के बजाय कॉर्बेट फॉल घूमने का फैसला किया। बताया जाता है कि इस दौरान कॉलेज की प्रिंसिपल हरप्रीत कौर, शिक्षक धीरज कुमार जोशी, संगीता गौतम और मनीषा भौर्याल विद्यार्थियों के साथ थे। कॉर्बेट फॉल में नहाना प्रतिबंधित है बावजूद इसके फॉल में भारी संख्या में लोग नहा रहे थे। जिससे देख कालेज के टूर पर घूमने आए ट्रांजिट कैम्प निवासी रिंकी मंडल भी नहाने के लिए फॉल में उतर गया, कुछ देर बाद फॉल के तेज घुमाव में रिंकी मंडल डूबने लगा। रिंकी को डूबता देख साथी ट्रांजिट कैम्प निवासी अभिजीत अधिकारी भी फॉल में कूद पड़ा और अपने दोस्त को बचाने की कोशिश में वह भी फॉल के तेज घुमाव में डूब गया। घटना के बाद पुलिस और प्रशासन की टीम एसडीआरएफ के साथ मौके पर पहुंची तो एसडीआरएफ की टीम ने घटना वाले दिन सिर्फ रिंकी मंडल का शव बरामद किया। जबकि अभिजीत अधिकारी का शव काफी खोजबीन के बाद आज सुबह बरामद हुआ। घटना की सूचना से दोनों छात्रों के घर पर कोहराम मचा हुआ है।
वहीं अभिजीत अधिकारी के परिजनों ने कॉलेज प्रबंधन पर लापरवाही का इल्जाम लगाते हुए कई और भी गंभीर आरोप लगाए हैं। ट्रांजिट कैंप दुर्गा मंदिर के सामने रहने वाले अभिजीत अधिकारी अपने परिवार का एकलौता लड़का था। जिसने डी फार्मा करने के बाद पिता के मेडिकल स्टोर के बिजनेस को संभालने का फैसला किया था। अभिजीत के पिता किशोर अधिकारी ने बताया कि बेटा बहुत ही मेहनती था और अपनी पढ़ाई को लेकर काफी मेहनत किया करता था। दूसरे बच्चों की तरह अभिजीत ज्यादा शौकीन नहीं था अधिक खर्चे के लिए भी परिवार पर वह कभी दवाब नहीं बनाता था। अभिजीत के चाचा सुब्रत अधिकारी ने भी कॉलेज प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा है कि घटना करीब 1ः30 बजे हुई थी जबकि 5 बजे परिवार वालों को घटना की जानकारी दी गई। सुब्रत ने आरोप लगाया कि उनके भतीजे को कॉलेज प्रबंधन ने जबरदस्ती टूर पर बुलाया था और पहले नैनीताल ले जाने की बात कहकर जब रामनगर टूर को ले जाया गया तो परिवार को इसकी जानकारी नहीं दी गई। वहीं ट्रांजिट कैम्प के जगतपुरा रोड पर गोविंद नगर निवासी रिंकी भी कॉलेज की तरफ से टूर पर गया था। भाई गगन ने बताया कि 12 बजे बात हुई थी तो उसने बताया कि नैनीताल का रास्ता बंद है और उन्हें रामनगर नया गांव स्थित कॉर्बेट फॉल ले जाया जा रहा है जबकि शाम को कॉलेज की शिक्षिका का फोन आया कि उसका भाई कालाढूंगी सरकारी अस्पताल में एडमिट है।