पूर्वांचल समाज की व्रतधारी महिलायें आज प्रातःं उगते सूर्य को पानी में खड़े होकर अर्घ्य दिया तथा छठ वेदी की विधि विधान से पूजा अर्चना कर व्रत का परायण किया। इससे पूर्व गत सायं पूर्वांचल समाज की महिलाओं में अपने अपने घरों से नंगे पांव निकलकर सर पर प्रसाद की टोकरी रख काचहिं बांस के बहंगिया.., रूनकी झुनकी बेटी मांगीला, पंडितवा दामाद हे छठी मइया…कांच ही बांस के बहंगिया, बहंगी लचकत जाये आदि के छठ गीतों को गाते हुए निकट वर्ती छठ घाट पर पहुंची और उन्होने डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर पति व संतान की मंगल कामना के साथ घर की सुख समृ(िद्धकी कामना की। सायं काल छठ पूजा स्थलों अनेक कार्यक्रम भी आयोजित किये गये जिसमें अनेक जन प्रतिनिधियों ने पहुंच कर पूर्वांचल समाज के लोगो को छठ पर्व की बधाई दी। रविन्द्र नगर छठ घाट सहित महादेव नगर, अटरिया रोड़, तीन पानी डाम ,फुलसुंगा फुलसुंगी, शुक्ला फार्म तीन पानी, बगवाड़ा आदि छठ पूजा स्थलों में भी छठ पूजा महोत्सव धूमधाम से मनाया गया । रूद्रपुर के वार्ड नंबर एक फुलसुंगा स्थित रूद्रा इक्लेव कालोनी के पार्क में छठ पूजा पर विशेष तैयारियां की गयी थी। रूद्रा इक्लेव सोसायटी की ओर से श्रद्धालुओं के लिए टैंट आदि की व्यवस्था की गयी थी इस दौरान अध्यक्ष अजय यादव के नेतृत्व में सोसायटी के लोग व्यवस्थाओं में रविवार शाम से ही जुटे रहे। इस दौश्रान छट घाटों पर भारी संख्या में महिलायें व परिवार के सदस्यों की भीड़ उमड़ गई। लोगों ने मंगलगीतों के साथ सूर्यदेव की अराधना कर सुख समृद्धि की कामना करते हुए एक दूसरे को शुभकमनायें दी।
Manpreet Singh
संपादक