यूं तो कांग्रेस में भीतरी कलह किसी से छिपी नहीं है और समय-समय पर सार्वजनिक मंचों पर भी यह कलह खुलकर सामने आती है। कुछ ऐसा ही आज रुद्रपुर में उस समय देखने को मिला, जब प्रदेश कांग्रेस के बड़े चेहरे हाथ से हाथ जोड़ो अभियान में पहुंचे हुए थे।
प्रदेश में अपने अस्तित्व के लिए लड़ाई लड़ रही कांग्रेस की गुटबाजी आज नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य की बैठक में भी खुलकर सामने आ गई। इस बैठक में न सिर्फ वरिष्ठ नेताओं का अपमान किया गया, बल्कि उन्हें मंच तक पर स्थान नहीं मिला। इससे नाराज कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बैठक छोड़ कर चलते बने। आपको बताते चलें कि कांग्रेस गुटबाजी के कारण ही प्रदेश में अपना वजूद खोती जा रही है। पार्टी के वरिष्ठ नेता ही गुटबाजी में फंसे हैं। दरअसल, आज यह गुटबाजी नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य की ओर से बुलाई गई जिला स्तरीय बैठक में भी देखने को मिली। यहां न सिर्फ फ्लेक्स से वरिष्ठ नेताओं की फोटो और नाम गायब थे बल्कि मंच पर उन्हें बैठने का स्थान नहीं दिया गया। महानगर अध्यक्ष जगदीश तनेजा, विधायक प्रत्याशी रही पूर्व पालिकाध्यक्ष मीना शर्मा, वरिष्ठ बंगाली नेता और पीसीसी सदस्य परिमल राय का फ्लेक्स से नामी गायब था, इसके बाद यह नेता बैठक छोड़ कर चलते बने। आपको बताते चलें यह बैठक सिटी क्लब में बुलाई गई थी, इसमें चंद कांग्रेसी ही पहुंचे थे, उनमें भी गुटबाजी के चलते यह बैठक चर्चा का विषय बनी रही।