हत्या के आरोप में पुलिस ने तहरीर के आधार पर दो लोगों के खिलाफ केस दर्ज करते हुए गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए हैं। ज्ञातव्य है कि गत बुधवार की सुबह प्रतापपुर पुलिस चौकी के ठीक बगल पानी से भरे गîक्के में एक युवक का सब पड़ा पाया गया। उसकी शिनाख्त ग्राम धनौली पट्टी प्रतापपुर निवासी प्रदीप थापा के रूप में हुई। इस मामले में मृतक के भाई संजय बहादुर पुत्र भगत सिंह निवासी उपरोक्त ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि बीते 3 जुलाई की शाम लगभग 8 बजे ग्राम धनोरी पट्टी निवासी अमरजीत सिंह उर्फ सोनू पुत्र मलकीत सिंह उसे अपनी मोटरसाइकिल पर बिठा कर ले गया था। काफी देर तक प्रदीप के वापस घर न लौटने पर परिजनों ने तमाम संभावित स्थानों पर तलाशी के बाद मामले की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने अमरजीत को पूछताछ के लिए चौकी में तलब किया इस दौरान अमरजीत ने पुलिस को बताया कि उसने प्रदीप को गौशाला मोड़ पर कबाड़ी की दुकान के समीप छोड़ दिया था। पुलिस इस मामले में छानबीन कर ही रही थी कि बुधवार सुबह पुलिस चौकी के ठीक बगल पानी से भरे गîक्के में प्रदीप का शव पड़ा पाया गया। प्रदीप के शरीर पर चोट के निशान पाए गए। परिजनों को देर से ही इसका पता चला सैकड़ों की तादाद में एकत्रित लोगों ने पुलिस चौकी के समीप मृतक के शव को सड़क पर रखकर बखेड़ा खड़ा कर दिया। तमाम समझाने बुझाने के बाद जब लोगों का गुस्सा शांत हुआ तो पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराने के बाद उसे परिजनों के सुपुर्द किया। पुलिस ने इस मामले में तहरीर के आधार पर आरोपी अमरजीत समेत एक अज्ञात के खिलाफ धारा 302 आईपीसी के अंतर्गत मुकदमा दर्ज करते हुए अभियुक्तों की गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए। तहरीर में मृतक के भाई ने बताया कि 3 जुलाई को जब प्रदीप घर से अमरजीत के साथ गया उस वक्त उसके पास 50 हजार की नकदी थी। मृतक के भाई ने यह भी बताया कि अमरजीत के तरफ प्रदीप का काफी पैसा बकाया था। जिसे लेकर पूर्व में दोनों के बीच नोकझोंक भी हो चुकी थी।