उत्तराखंड में आवारा पशुओं से हो रहे हादसों पर लगाम लगाने के लिए जल्द ही पशुपालन विभाग दो बड़ी गौशालाएं तैयार करने की योजना तैयार कर रहा है। जिसमें से एक गौशाला गढ़वाल और दूसरी कुमाऊं मंडल में बनाई जाएगी। इन दोनों गौशालाओं में गौवंशीय पशुओं के लिए सभी तरह की सुविधाएं रहेंगी।
सड़कों पर आवारा गौवंशीय पशुओं से लगातार हादसे हो रहे हैं. आलम ये है की कई लोग अब तक हादसे में अपनी जान गवां चुके हैं, जबकि कई लोग घायल हो गए हैं। उधम सिंह नगर मुख्यालय रुद्रपुर की सड़क हो या आउटर सड़क आवारा गौवंशीय पशुओं से पटा हुआ है। अंधेरे में वाहन चालक इन आवारा पशुओं से टकराकर हादसे का शिकार हो रहे हैं जिसमें गोवंशीय पशु भी घायल हो रहे हैं। अब ऐसे हादसों को कम करने के लिए पशुपालन विभाग दो गौशाला का निर्माण करने का मन बना रही है। जिसमें से एक बड़ी गौशाला कुमाऊं और एक गढ़वाल में बनाई जाएगी. इन गौशालाओं में आवारा पशुओं को रखने की व्यवस्था की जाएगी. पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने बताया घायल पशुओं के लिए विभाग द्वारा 60 एंबुलेंस संचालित की जा रही हैं। 30 और एंबुलेंस के लिए भारत सरकार द्वारा अनुमति दे दी गई है। इसके अलावा जल्द ही दो बड़ी गौशालाएं भी खोंली जाएंगी. जिसमें से एक कुमाऊं और एक गढ़वाल में बनाई जाएगी।