देश की आजादी में अपना योगदान देने वाले और तराई के जंगलों को आबाद करने वाले महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी राम सुमेर शुक्ल की जयंती पर प्रदेश के राज्यपाल लेफ्टिनेंट गुरमीत सिंह ने देश की आजादी में उनके योगदान को याद करते हुए कहा कि तराई आज उन्ही महान लोगों की देन है जिन्होने यहां खून पसीना बहाकर उजाड जंगल को आबाद किया, जिनमें से राम सुमेर शुक्ला उन सभी के नायक रहे हैं, राज्यपाल ने कहा कि वो पच्चीस ऐसे परिवारों का चयन कराना चाहते हैं जिन्होंने इस क्षेत्र को आवाद करने में अपनी पीढियां बिता दी हो, राज्यपाल ने यहां पहले रोडवेज परिसर में रामसुमेर शुक्ला की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया उसके बाद रामसुमेर शुक्ल राजकीय मेडिकल कॉलेज पहुंचकर कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।
उत्तराखंड के राज्यपाल गुरमीत सिंह ने पंडित राम सुमेर शुक्ला स्मृति सम्मान समारोह में शिरकत की। लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने यहां मेडिकल कालेज परिसर में पहले रामसुमेर शुक्ला की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया उसके बाद वो मंच पर पहुंचे जहां उनके साथ कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत व पूर्व किच्छा विधायक भी मौजूद थे, उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय कार्य करने वाले 7 लोगों को सम्मानित भी किया। इस मौके पर जहां पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने कहा कि देश की आजादी जुनून से मिली है, क्योंकि जितने भी देश की आजादी के लिए लड़े वो वास्तव में जूनूनी ही थे, जिनको ना घर की परवाह थी और ना अपने जीवन की, बस जूनून था तो इतना कि देश आजाद कैसे हो, ऐसे ही देश के प्रति जुनून रखने वाले रामसुमेर शुक्ल भी थे, यही नहीं तराई जैसे भाग में जहां देश के विभाजन के बाद विस्थापितों को स्थापित करना था इसके लिए जो जिम्मेदारी राम सुमेर शुक्ल को मिली उन्होंने इसे बखूबी निभाया और आज तराई का विकास उनके योगदान का सदैव श्रणी रहेगा।वहीं इस मौके पर राज्यपाल ले0 गुरमीत सिंह ने पहले तो देश के शहीद जवानों को याद किया, साथ ही आजादी के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को भी श्रद्धांजलि दी, उन्होंने कहा कि देश की आजादी के लिए जो लड़े हैं और जिन्होने खुद की कोई परवाह नहीं की आज उन्ही की देन है कि आम आजाद भारत को देख रहे हैं, उन्होंने कहा कि सीमाओं पर रक्षा करने वाला देश का हर जवान मेरा परिवार है, वहीं राम सुमेर शुक्ल के योगदान को याद करते हुए कहा कि जो सपना उन्होंने सजाया था वो आज वास्तव में पुरा होता दिख रहा है, क्योकि ये तराई का भाग जो कभी बियांबाग बंजर था वो आज विकास के नये आयाम स्थापित कर रहा है ये उन्ही राम सुमेर शुक्ला की मेहनत और दूर दृष्टि का नतीजा है, राज्यपाल ने कहा कि जिन्होने तराई को बसाने में और जंगल को हरी भरी खेती में बदला है वो एसे 25 परिवारों से मिलना चाहेंगे, और उनके योगदान को वास्तविक रूप से सम्मान देना चाहते हैं।वहीं कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत भी मौजूद थे उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी राम सुमेर शुक्ला को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा, उनकी स्मृति में रुद्रपुर या मेडिकल कालेज सदैव उनके योगदान को याद रखेगा।
वहीं राज्यपाल ने जिले की प्रतिभाओं को भी सम्मानित किया, उन्होंने इस मौके पर जहां स्वच्छता अभियान, और कोरोना काल में लोगों की जान बचाने वाली जिला अस्पताल की एएनएम दीपा जोशी को सम्मानित किया वहीं कई अनसुलझे मामलों को अपनी कुशलता से सुलझाने वाले थाना प्रभारी कमलेश भट्ट को भी सम्मानित किया गया, इसके साथ ही खेल जगत में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने वाले पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी मनोज सरकार को भी राज्यपाल ने इस मौके पर सम्मानित किया।