नजूल भूमि पर मालिकाना हक को लेकर रुद्रपुर की राजनीति हमेशा गर्म रही है, कभी मालिकाना हक दिलाने के लिए मंचों पर बडे बडे वादे करने वाले जनप्रतिनिधियों ने जनता को छला तो कभी सरकारों ने मालिकाना हक देने का वादा कर जनता को सिर्फ योजना बनाकर जटील मानकों की एसी लिस्ट बना दी की कोई भी दावेदार उनकी लिस्ट में फिट ही नहीं बैठा, क्योंकि जो मानक बनाये गए उन पर गहनता से मंथन ही नहीं किया गया, और हवा हवाई बने मकानों ने कभी लाभार्थियों को लाभान्वित ही नहीं होने दिया, जिसके चलते सालों से योजना का लाभ कोई ले ही नहीं पाया, अब रुद्रपुर के विधायक शिव अरोरा ने ही नजूल भूमि को लेकर पूर्व विधायक को आड़े हाथ लेते हुए जमकर आरोप लगाए हैं, देखिये ये खास रिपोर्ट।
रुद्रपुर विधायक शिव अरोरा ने पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल पर जमकर हमला करते हुए कहा कि पूर्व विधायक ने सालों तक जनता के साथ छलावा किया है, जनता की विकास योजनाओं को जहां कभी पूरा नहीं होने दिया वहीं नजूल भूमि पर मालिकाना हक दिलाने का वादा कर नजूल नीति में जटिल मनकों की लिस्ट बनाकर जनता को लाभान्वित ही नहीं होने दिया, जिसके चलते सालों से नजूल भूमि पर मालिकाना हक की जंग लड रहे लोगों को पूर्व विधायक से सिर्फ आश्वासन के कुछ नहीं मिला, वहीं विधायक शिव अरोरा ने कहा कि नजूल भूमि पर मालिकाना हक को लेकर जो मानक रखे वो बेहद ही हास्यास्पद है, क्योकि ना तो विभागीय अधिकारियों ने ही इसकी गम्भीरता को समझा और ना ही पूर्व विधायक ने कभी जनभावनाओं को समझा, लिहाजा ऐसे में नजूल नीति का ऐसा मजाक बना कि कोई इसका लाभ ही नहीं ले पाया, ऐसे में जहां सरकार गरीब जनता को नजूल भूमि पर मालिकाना हक को काम करना चाहती थी, लेकिन पूर्व विधायक जनता को सिर्फ छलते रहे और निजी स्वार्थों को सिद्ध करते रहे, विधायक अरोड़ा ने कहा कि नजूल भूमि पर मालिकाना हक को लेकर वो एक बार फिर सरकार से बात करेंगे और नजूल नीति की जटिलता को खत्म कर एसी नीति बनाने के लिए सरकार के सामने प्रस्ताव रखेंगे जिससे गरीब जनता को वास्तव में नजूल नीति का लाभ मिल सके, और सरकार की मंशा भी पूरी हो सके, उन्होंने कहा की सूबे के मुख्यमंत्री गरीब जनता के हितैषी है, और उनको पूरा भरोसा है कि पिछले विधायक की गलती का खामियाजा गरीब जनता को नहीं भुगतना पडेगा और जनता को उनका वास्तविक अधिकार मिलेगा।