भारतीय सेना में अपनी अलग पहचान रखने वाली 18 कुमाऊं रेजीमेंट का स्थापना दिवस रेजीमेंट के पूर्व सैनिकों ने धूमधाम से मनाया। कार्यक्रम का आयोजन एक निजी होटल में किया गया था। इस मौके पर पूर्व सैनिकों ने सेना में बिताए पलों को याद किया और 18 कुमाऊं रेजीमेंट की गौरवशाली यादों को भी साझा किया। साथ ही सभी ने एक दूसरे को स्थापना दिवस की शुभकामनाएं दीं।
वहीं इस मौके पर भूतपूर्व सैनिक विनोद जोशी ने मीडिया से कहा कि 1 जनवरी 1976 को भारतीय फौज में 18 कुमाऊं रेजीमेंट की स्थापना की गई थी। इसलिए 1 जनवरी, 2023 को खटीमा में हम 18 कुमाऊं रेजीमेंट के भूतपूर्व सैनिकों द्वारा अपनी रेजीमेंट का 47वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया है। भारतीय सेना में 18 कुमाऊं रेजीमेंट का इतिहास काफी गौरवशाली रहा है। उन्होंने कहा कि स्थापना दिवस के मौके पर मौजूद हम भूतपूर्व सैनिकों ने सेना में बिताए अपने गौरवशाली पलों को याद किया है। खटीमा में आयोजित 18 कुमाऊं रेजीमेंट के 47वें स्थापना दिवस के इस कार्यक्रम के माध्यम से हम सभी 18 कुमाऊं रेजीमेंट के भूतपूर्व सैनिक सेना में कार्यरत अपने 18 कुमाऊं रेजीमेंट के सभी साथियों को स्थापना दिवस की शुभकामनाएं देते हैं। आपको बता दें कि कुमाऊं रेजीमेंट के 13 सदस्यों ने सुंदरढूंगा घाटी के दुर्गाकोट चोटी को फतह किया था. यह चोटी समुद्र तल से 5800 मीटर ऊंची है। सेना की किसी भी टुकड़ी ने पहली बार यहां चढ़ाई करने में सफलता हासिल की थी। कुमाऊं रेजीमेंट के पर्वतारोही दल ने विपरीत परिस्थितियों का सामना करते हुए इस चोटी पर चढ़ाई की।