जनपद ऊधम सिंह नगर के जिलामुख्यालय रुद्रपुर में राजनीति को शर्मसार वाली घटना सामने आई है। यहाँ भाजपा और कांग्रेस के दो बड़े नेताओं के बीच जमकर मारपीट की घटना की हुई है जिसके बाद अब दोनों ही पक्ष के लोग एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे है। जानकारी के अनुसार निर्वतमान मेयर रामपाल और कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष सीपी शर्मा आमने-सामने आ गए। इस दौरान दोनों के बीच तू-तू, मैं-मैं हो गयी। देखते ही देखते मामला इतना बढ़ गया कि नौबत गाली-गलौज के साथ मारपीट तक पहुंच गयी। मारपीट में दोनों घायल हो गए। इसके बाद दोनों को जिला अस्पताल पहुंचाया गया,जहां डाॅक्टरों ने दोनों का उपचार किया। इधर मामला भाजपा और कांग्रेस से जुड़ा होने के चलते जिला अस्पताल में लोगों का जमावड़ा लग गया। इस बीच विधायक शिव अरोरा भी अस्पताल पहुंचे और निर्वतमान मेयर रामपाल सिंह का हाल जाना।
आपको बता दे शक्ति बिहार कॉलोनी में शिलापट हटाने को लेकर निवर्तमान मेयर रामपाल और कांग्रेस अध्यक्ष सीपी शर्मा के बीच झगड़ा हो गया। रामपाल व उनके साथियों पर जानलेवा हमला करने का आरोप लगा है। सीपी शर्मा को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उधर, निवर्तमान मेयर रामपाल भी मेडिकल कराने अस्पताल पहुंचे हैं। उन्होंने भी सीपी शर्मा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। दरअसल कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष सीपी शर्मा शहर की शक्ति बिहार आवासीय कल्याण समिति के भी अध्यक्ष हैं। उनके अनुसार कॉलोनी में मुख्य द्वार का निर्माण कराया जा रहा है। निर्माण विधायक निधि से हो रहा है। शुक्रवार को द्वार के निर्माण को लेकर सोसायटी के व्हाट्सएप्प ग्रुप पर चर्चा हुई कि द्वार के पास लगे शिलापट को हटाया जाएगा। अध्यक्ष होने के चलते सीपी शर्मा ने शिलापट हटाने के लिये एक मजदूर को वहां भेज दिया। आरोप है कि इस दौरान ही निवर्तमान मेयर रामपाल अपने साथियों के साथ शिलापट के पास पहुंच गये और गाली-गलौच करने लगे।
यही नहीं उन्होंने सीपी शर्मा को भी मौके पर बुलवाकर उनसे अभद्रता शुरू कर दी। सीपी शर्मा ने बताया कि निवर्तमान मेयर रामपाल ने अपने साथी हरीश चौधरी, दीपक, रामअवतार के साथ मिलकर जमीन पर गिराकर उनके साथ मारपीट की। जिससे उनके सिर व शरीर के अन्य हिस्सों में चोटें आईं हैं। उन्होंने बताया कि मेयर के गनर ने ही उन्हें बचाया अन्यथा उनके साथ बड़ी अनहोनी हो सकती थी। सीपी शर्मा ने इस हमले को जानलेवा बताते हुये कहा कि मेयर उनसे पुरानी खुन्नस रखते हैं। इसलिये प्री-प्लान के तहत उनपर यह हमला किया गया है। सीपी शर्मा को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उनका इलाज किया जा रहा है। उधर निवर्तमान मेयर रामपाल ने आरोपो को गलत बताया है। उनका कहना है कि शिलापट एक सरकारी संपत्ति है, इसे सरकारी विभाग के कर्मचारी ही हटा या तोड़ सकते हैं जबकि सीपी शर्मा खुद इसको तोड़ रहे थे। उन्होंने विरोध किया तो गाली गलौज और जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए मारपीट शुरू कर दी। उनका कहना है कि इस मामले में वह मुकदमा दर्ज कराएंगे।