बाढ़ पीड़ितों को आर्थिक सहायता न मिलने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने वार्ड नंबर 9, 10 और 11 के बाढ़ प्रभावित परिवारों के साथ जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान उपजिलाधिकारी मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों की मांग को सुनकर आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया।
कलेक्ट्रेट में धरना देने के दौरान कांग्रेस महानगर अध्यक्ष जगदीश तनेजा ने कहा कि इन सब पीड़ित परिवारों को आपदा के 25 दिन बीत जाने के बाद भी कोई सहायता नहीं मिली है। सरकार की घोषणा के विपरीत इन परिवारों को न ही राशन मिला और न ही उन्हें आर्थिक सहायता के चेक प्राप्त हुए हैं। यदि कुछ लोगों को चेक मिले हैं तो वह भी बाउंस हो रहे हैं और इसके कारण उनके खातों से पैसे कट जा रहे हैं। पूर्व मंडी समिति अध्यक्ष अरुण पाण्डेय ने कहा कि पीड़ितों के नुकसान का जायजा दोबारा करा कर उन्हें अधिक से अधिक मुआवजा दिया जाये। जिन परिवारों का सब कुछ पानी में बह गया व मकान पूरी तरह से ध्वस्त हो गए उन्हें आर्थिक सहायता दी जाए। महिला कांग्रेस की प्रदेश उपाध्यक्ष मीना शर्मा ने कहा कि बाढ़ से नुकसान खाए छोटे व्यापारियों की दुकानों में क्षति का आकलन कर उन्हें भी मुआवजा दिया जाए। इस पर उपजिलाधिकारी प्रत्युष सिंह ने आश्वासन दिया कि सात दिन के अंदर अंदर सभी पीड़ित परिवारों को राहत राशि प्रदान की जाएगी। इसके बाद आक्रोशित लोगों ने धरना समाप्त किया। इस दौरान दिलीप अधिकारी, पार्षद मोहन खेड़ा, कैलाश राठौड़, सुशील मण्डल, रामपद मण्डल, हरिदास मण्डल, परितोष गायन, प्रहलाद मण्डल, शिफाली बर्मन, पार्वती सिंह, रूपा मण्डल, सुनील राय, शुभम बिश्वास, अखिलेश बैरागी, पंचानन सरकार, किशन शर्मा, देवरानी ओझा, मनिमोहन बर्मन, पूजा मण्डल, रामबालक सरकार आदि पीड़ित मौजूद थे।