उत्तराखंड के ऊधम सिंह नगर जिले के पंतनगर स्थित सिडकुल ने जहाँ हज़ारो लोगो को रोजगार दिये है, वही सुरक्षा उपायों में की जा रही घोर लापरवाही से दर्जनों लोग अपनी जान भी गवा बैठे है। ऐसा ही एक दर्दनाक हादसा आज शाम को सिडकुल की फैक्ट्रियो के पानी को फ़िल्टर करने वाली सीईटीपी प्लांट में घटित हुआ है। जिसने तीन लोगो की जान ले ली।

अब भले ही इस हादसे की जांच में जो भी तथ्य सामने आये, लेकिन सिडकुल में श्रम कानूनों के साथ ही मज़दूरों के सुरक्षा उपायों में लापरवाही बरती जा रही है। जिससे जान लेवा हादसे हो रहे है।
बात ताज़ा घटना की करे तो बताया जाता है कि मोटर की खराबी होने के बाद प्रदूषित पानी को फ़िल्टर करने वाले टैंक में हरिपाल नामक हेल्पर को नीचे भेजा गया था। उसे भेजने से पहले न तो टैंक के भीतर बनने वाली ज़हरीली गैस को चैक किया गया और न ही ऑक्सीजन गैस मॉस्क जैसे सुरक्षा उपायों के साथ उसे नीचे भेजा गया ? न ही किसी कर्मचारी के पास सेफ्टी जैकेट थी,अगर जैकेट भी होती तो संभवतः उनकी जान बच सकती थी और वो पानी में डूबने से बच सकते थे ? जबकि प्रदूषित पानी को फ़िल्टर करने के दौरान टैंक में कई तरह की गैसे बनती है ? गैसों से बचने के लिये क्यों नहीं कर्मचारियों के लिये सुरक्षा किट रखी गई थी। ऐसे में टैंक में उतरा हैल्पर बेहोश हो गया और पानी में गिर गया था।

इसके बाद प्लांट हैड रमन कुमार आनन् फानन में अपने प्लांट के स्टाफ को बचाने के लिये नीचे पहुँचे, लेकिन वो भी हादसे का शिकार हो गये। तीसरा कर्मचारी अवधेश ने भी उनको बचाने की कोशिश की लेकिन वो भी टैंक की गैस से बेहोश होकर पानी में गिर गया। तीनो की ही बेहोशी के बाद पानी में डूबने से दर्दनाक मौत हो गई।
चौथा कर्मचारी ज़रूर बच गया,क्यों कि उसकी कमर से रस्सी बाँध कर उतारा गया था। जिसको बाद में कर्मचारियों ने ऊपर खींच लिया था। जिसका अभी अस्पताल में इलाज चल रहा है। हादसे के बाद पुलिस और एसडीआरएफ की टीम घटना स्थल पर पहुंची और दो घंटे की मशक्कत के बाद क्रेन की मदद से तीनो शवों को बाहर निकाला गया।
यहां सवाल यह पैदा होता है कि जबकि प्रदूषित पानी को फ़िल्टर करने वाले प्लांट में लगे टैंक में कैमिकलयुक्त ज़हरीले पानी को फ़िल्टर किया जाता है तो उससे टैंक के भीतर कई तरह की गैसे भी बनती होंगी। ऐसे में प्लांट में कर्मचारियों की सुरक्षा के लिये क्यों नहीं सुरक्षा उपकरणों का इंतज़ाम किया गया था ? जिसके कारण यह हादसा घटित हुआ।